जैसे हि मुझे पता चला कि मशहूर शायर राहत इंदौरी जी का निधन हो गया मेरी तो पैरों तले जमीन खिसँक गयी मुझे यकीन नही हो रहा था फिर मैंने गूगल किया न्यूज़ देखा तब यकीन हुआ कि मशहूर शायर राहत इंदौरी जी अब हमारे बीच नही रहे बीते दिनों उन्होंने ट्वीट करके बताये थे कि उनका तबियत ठीक नही था टेस्ट करवाने पे वो कोरोना पॉजिटिव निकले उन्होंने ट्वीट करके ये भी बोले कि उन्हें या उनके घरवालों को फोन न किया जाय और वो जल्दी ठीक हो जाये इसलिए उन्होनो अपने लिए दुवा करने के लिए भी बोले थे
मैं हमेशा उन्ही से प्रेरित होकर शायरियां लिखा करता हूँ वो मेरे लिए मार्गदशक थे अफसोस अब वो न रहे पता नही अच्छे लोग भगवान क्यों जल्दी अपने पास बुला लेते है राहत साहब के लिए मैंने कुछ नीचे लाइन लिखा हूँ पसन्द आये तो अपवोट जरूर करे
तुम जैसा शायर यंहा कोई नही
तुम्हारी लिखी हर बातें सही
अपने अंदाज में फिर से गुनगुनाओ
लौट आओ राहत साहब लौट आओ
शेखर शर्मा
ये रहे कुछ मशहूर शायर राहत इंदौरी जी का पोएट्री :-
मैं लाख कह दूं कि आकाश हूं ज़मीं हूं मैं
मगर उसे तो ख़बर है कि कुछ नहीं हूं मैं
अजीब लोग हैं मेरी तलाश में मुझ को
वहां पे ढूंढ रहे हैं जहां नहीं हूं मैं
मैं आईनों से तो मायूस लौट आया था
मगर किसी ने बताया बहुत हसीं हूं मैं
वो ज़र्रे ज़र्रे में मौजूद है मगर मैं भी
कहीं कहीं हूं कहां हूं कहीं नहीं हूं मैं
वो इक किताब जो मंसूब तेरे नाम से है
उसी किताब के अंदर कहीं कहीं हूं मैं
सितारो आओ मिरी राह में बिखर जाओ
ये मेरा हुक्म है हालांकि कुछ नहीं हूं मैं
यहीं हुसैन भी गुज़रे यहीं यज़ीद भी था
हज़ार रंग में डूबी हुई ज़मीं हूं मैं
ये बूढ़ी क़ब्रें तुम्हें कुछ नहीं बताएंगी
मुझे तलाश करो दोस्तो यहीं हूं मैं
– राहत इंदौरी