पलकों में बसे सपनों के पूरे होने का।
दिल के अरमानों के सच होने का।
उनकी एक नजर का
हाँ मुझे इन्तेजार है।
सूने जीवन में बहार का
अकेले पन के साथी का
अधूरी बातो ओर अधूरी
मुलाकातो के पूरे होने के
हाँ मुझे इन्तेजार है।
कहते है वक्त के साथ
सब बदल जाता है।
तुम्हारे फिर बदल जाने का
हाँ मुझे इन्तेजार है
उन पुराने वादों के पूरे होने का
उस प्यार भरी नजर का
उस एहसास के तूफान में खोने का
हाँ मुझे इन्तेजार है
लेखक – वर्षा राठौर