तेरे नूर पे नज़्म लिखने को दिल करता है
तेरी रूह से अब मिलने को दिल करता है
चाँद सी रोशन सूरत पर लिखू तो क्या लिखू
तेरे हुस्न से गुलों सा खिलने को दिल करता है
दो चार कदम चला हु तेरी यादों के सहारे
ज़िंदगीभर तेरे साथ चलने को दिल करता है
आफताब सा तुझपे दिन भर पहरा गड़ाए हु
अघोश मे तेरी अब ढलने को दिल करता है
हरपल, हरघडी तुझे देख कर मैं जी रहा हु
बाहो में तेरी अब मरने को दिल करता है
- लेखक – Chad
ग़मों का आना जाना कभी कम नहीं होता।
दर्दों का ये सिलसिला खतम नहीं होता।
लोग अक्सर कहते है भूल जाओ उसे,
आसान होता भुलाना तो गम नहीं होता।
लेखक – Chad
आखों में तसवीर जुबां पे तेरा नाम है
जाम का नशा नहीं ये इश्क़ का अंजाम है।
लेखक – Chad
माना की उसकी जुदाई खलती है
तन्हाइयों से मेरी रूह भी जलती है
पर कैसे छोड़ दूं इन दर्दों को मैं
मेरी कलम भी तो इन्ही से चलती है
लेखक – Chad
इश्क़ हुआ बदनाम तेरे यू जाने के बाद
क्योंकि टूट गया दिल, दिल लगाने के बाद
लेखक – Chad
लोग कहते थे प्यार जताना सीखो
और दिल से दिल को लगाना सीखो
जब किसीसे लगाते ही टूट गया दिल,
तो कहते है अब उसे भूल जाना सीखो
लेखक – Chad